30/10/2020,12:06:09 PM.
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कोलकाता: दक्षिण कोलकाता में सबसे अधिक भीड़ संभालने वाले माझेरहाट ब्रिज पर अगले माह से गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो सकती है।
इसकी मरम्मत का काम अंतिम चरण में है। गत दो सालों से लोग इस नये ब्रिज की बाट जोह रहे हैं और अब अगर कोई अड़चन नहीं आती है तो कालीपूजा के आसपास या नवंबर के अंत तक नये ब्रिज की सौगात लोगों को मिल सकती है। इससे पहले नये ब्रिज के उद्घाटन के दो बार का लक्ष्य किसी न किसी कारणों से पूरा नहीं हो पाया।
पीडब्ल्यूडी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक नया माझेरहाट ब्रिज का काम करीब 95 –96 फीसद तक पूरा कर लिया गया है। निर्माणकारी संस्था के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंस्ट्रक्शन का काम पूरा होगा है। हम अंतिम चरण में पहुंच चुके हैं। ब्रिज के कंस्ट्रक्शन का काम पूरा कर लिया गया है। पाइलिंग से लेकर केबल बैठाने तक का काम लगभग समाप्त है। फिलहाल टू सील का काम चल रहा है जाे एक तरह की परत बैठाने का काम होता है। उसके बाद बिटुमीन का काम होगा और अंतिम काम के तहत लोड टेस्टिंग होगी। सबकुछ ठीक रहा तो ब्रिज के लिए हरी झंडी मिल जायेगी। हालांकि यह सबकुछ एक्सपर्ट के निरीक्षण और उनकी रिपोर्ट पर निर्भर होगा। जैसा कि यह ब्रिज रेलवे ट्रैक के ऊपर है। ब्रिज की डिजाइन से लेकर अन्य सेफ्टी के कई पायदानों को पूरा करने के लिए रेल से अनुमति की आवश्यता होती है। सूत्रों के मुताबिक इसे लेकर रेल और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व इंजीनियरों की बैठक भी हो चुकी है। करीब 650 मीटर का यह ब्रिज फोर लेन का होगा। ट्रैक पर बनने वाला यह ब्रिज केबल स्टे होगा, करीब 84 केबल होंगे। काफी अत्याधुनिक मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। नये ब्रिज की उम्र 100 साल रखी गयी है। लोड बियरिंग की क्षमता पुराने ब्रिज के दुगुनी होगी। परियोजना लागत 250 करोड़ रुपये है। गौर हो कि दो साल पहले यह फ्लाइओवर धाराशाई हो गया था।
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