21/12/2020,9:02:50 PM.
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श्रीरामपुरः हुगली जिले के रिसड़ा में स्थित वेलिंगटन जूट मिल के प्रबंधन ने सोमवार को कंपनी के गेट पर अनिश्चितकालीन कार्यस्थगन का नोटिस चिपका दिया। सोमवार सुबह जब कंपनी में काम करने वाले श्रमिक कारखाने के गेट पर पहुंचे तो उन्होंने गेट को बंद पाया। गेट पर लगे नोटिस को देखकर वे उग्र हो गए और उन्होंने जीटी रोड तकरीबन तीन घंटों के लिए जाम कर दिया। बाद में श्रीरामपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने जूट मिल के श्रमिकों की प्रबंधन के साथ बैठक करवाकर उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद आक्रोशित श्रमिक सड़क पर से हटे।
श्रमिकों का आरोप है तकरीबन डेढ़ वर्षो से प्रबंधन उनके ईएसआई और पीएफ का पैसा जमा नहीं कर रहा है। इसको लेकर कंपनी में मौजूद यूनियन सीटू (सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन ), एटक (अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस) और इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) लंबे समय से प्रबंधन से जवाब मांग रहे थे। लेकिन प्रबंधन ने श्रमिक यूनियनों को जवाब देने के बजाय एटक नेता भोलेनाथ कर्मकार को कंपनी से गेट बाहर कर दिया। इसको लेकर श्रमिकों के साथ प्रबंधन का गतिरोध चल रहा था। इसी बीच सोमवार सुबह प्रबंधन ने कारखाने के गेट पर अनिश्चितकालीन कार्यस्थगन का नोटिस लगा दिया। श्रमिकों का आरोप है कि सोमवार दोपहर प्रबंधन ने एक और नोटिस जारी कर कंपनी के नौ और श्रमिक नेताओं को गेट बाहर कर दिया। इसको लेकर श्रमिकों में खासा आक्रोश है।
केंद्रीय भाजपा नेता कबीर शंकर बोस भी घटना की खबर सुनकर वेलिंगटन जूट मिल लाइन में श्रमिकों का हालचाल लेने पहुंचे और मीडिया को बताया कि जल्द ही भारतीय जनता पार्टी जूट मिल श्रमिकों के समस्या के समाधान की कोई ठोस योजना बनाएगी। बहरहाल प्रबंधन द्वारा मनमाने तरीके से कंपनी को बंद किए जाने को लेकर वेलिंगटन जूट मिल के श्रमिकों में खासा रोष है।
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