12/12/2020,11:36:34 AM.
|
कोलकाता: एक बार फिर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में राजकीय अस्पताल पर घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। आग में झुलसे एक शिशु को 12 घंटे तक अस्पताल के बाहर रखा गया। घटना एसएसकेएम अस्पताल की है। आरोप है कि झुलसी हुई बच्ची को लेकर जब परिजन पहुंचे तो अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि बच्ची की कोरोना जांच रिपोर्ट होनी जरूरी है। जांच होने तक बच्ची को इमरजेंसी के बाहर 12 घंटे तक रखा गया। उसके शरीर का करीब 18 फ़ीसदी हिस्सा झुलस गया था।
परिजनों ने बताया कि बच्ची का नाम सोनिया घोष दस्तीदार है। वह बेहला की रहने वाली है। बुधवार देर शाम खेलते खेलते हुए अचानक गरम पानी की चपेट में आ गई थी जिसकी वजह से शरीर का 18 फ़ीसदी हिस्सा जल गया था। देर रात उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन गुरुवार दोपहर बाद तक उसे भर्ती नहीं लिया गया और इमरजेंसी के बाहर 12 घंटे से अधिक समय तक बैठा कर रखा था। कह दिया गया था कि जब तक कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं आएगी तब तक बच्चे को ना तो भर्ती लिया जाएगा और ना ही इलाज शुरू होगा। इस अमानवीय घटना को लेकर राज्य स्वास्थ विभाग सक्रिय हो गया है।
एसएसकेएम अस्पताल से रिपोर्ट तलब की गई है। शनिवार सुबह इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए जब अस्पताल प्रबंधन के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क साधा गया तो किसी ने भी इस बारे में प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। हालांकि नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि आरोप निराधार है। बावजूद इसकी जांच की जाएगी।
28/09/2023,5:51:34 PM. Read more
28/09/2023,5:37:49 PM. Read more
© 2015 - 2020 kolkatahindi.com
Design & Develop by GWS
Leave a Reply