08/12/2020,12:00:42 PM.
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कोलकाताः कृषि कानून के खिलाफ सेंट्रल ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत भारत बंद का पश्चिम बंगाल में मिला जुला असर है। मंगलवार सुबह से ही कोलकाता समेत पूरे राज्य में बंद के समर्थन में माकपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह रैलियां निकाली और विरोध प्रदर्शन किया।
कोलकाता के जादवपुर, सियालदह समेत अन्य क्षेत्रों में पुलिस व माकपाकर्मियों की हाथापाई हुई है जिसमें कुछ कार्यकर्ताओं के घायल होने की सूचना है। वाम समर्थकों ने बंद के समर्थन में राज्य में कई स्थानों पर रेल मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। वामपंथियों ने जादवपुर में एक लोकल ट्रेन को रोककर विरोध किया। उन्होंने टायर जलाया और लाल झंडे के साथ सड़क को जाम कर दिया। दूसरी ओर, लेकटाउन जेसोर रोड आदि इलाके में भी माकपा कर्मियों ने सड़क को जाम कर दिया। वाम समर्थकों ने किसान आंदोलन के समर्थन में रिसड़ा, डोमजूर, बर्दवान, कलना, कटवा, जयनगर, पासकुड़ा, बाली, बांकुड़ा, आसनसोल और कूचबिहार में सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। बंद समर्थकों ने उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम की बस में आग लगाने की कोशिश की। बस में तोड़फोड़ की गई ।
पता चला है कि माथाभांगा शहर के पचगढ़ चौराहे पर सड़क पर टायर भी जलाए गए । भारत बंद का मिश्रित प्रभाव बर्दवान और कटवा शहरों में देखे गए हैं। यद्यपि कटवा से हावड़ा और बर्दवान तक की ट्रेनें सुबह से सामान्य रूप से चल रही हैं, लेकिन मुर्शिदाबाद और कालना तक सभी बसों और ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है। वामपंथी कार्यकर्ताओं ने मालदा के चांचल में सड़क को अवरुद्ध कर दिया। वामपंथी कार्यकर्ताओं ने नदिया में करीमपुर की सड़कों प्रदर्शन किया। वे सरकारी बसों को रोककर विरोध प्रदर्शन करते रहे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह किसानों के आंदोलन के पक्ष में हैं। इसलिए बनर्जी ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया। उन्होंने खुले तौर पर कहा कि वह मंगलवार को देश में किसान आंदोलन का पूरा समर्थन कर रही हैं। हालांकि, राज्य प्रशासन ने सभी प्रकार के परिवहन को सामान्य रखने के लिए कहा है। जन जीवन को सामान्य रखने के लिए कोलकाता में भी पुलिस तैनात की है।
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