कोलकाता में जलकर खाक हुए सैकड़ों आशियाने, न्यायिक जांच की उठी मांग

14/01/2021,7:11:47 PM.

कोलकाताः  पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बागबाजार इलाके में  मां शारदा आवास के पास बस्ती में लगी आग में सैकड़ों मकान जलकर खाक हो गए हैं। इसकी वजह से हजारों लोग बेघर हो गए हैं। आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रात 7:00 बजे के करीब लगी आग को काबू करने में अग्निशमन विभाग की 28 गाड़ियों को रात 2:00 बजे तक मशक्कत करनी पड़ी है, तब जाकर इस पर पूरी तरह काबू पाया जा सका है।

महानगर कोलकाता की बागबाजार बस्ती में बुधवार रात लगी आग में 150 से अधिक झोपड़िया जलकर खाक होने की न्यायिक जांच की मांग भाजपा ने की है। पार्टी के राज्य महासचिव राहुल सिन्हा ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा किया और अग्निकांड से पीड़ित हुए लोगों से बातचीत की। इसके बाद मीडिया से मुखातिब होकर सिन्हा ने कहा कि बस्ती में आग लगाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए इसके रहस्योद्घाटन हेतु हाईकोर्ट के सेवारत न्यायाधीश से इसकी न्यायिक जांच कराए जाने की जरूरत है।

 कोलकाता नगर निगम के प्रशासक और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा है कि आग में जिन लोगों के भी मकान जलकर क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें नगर निगम की ओर से पक्का मकान बनाकर दिया जाएगा। कोलकाता पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि श्यामपुकुर थाना अंतर्गत बागबाजार महिला कॉलेज के ठीक पास स्थित हजारी बस्ती में बुधवार शाम  6:55 बजे आग लग गई। उत्तर कोलकाता का यह क्षेत्र काफी घना बस्ती वाला है इसलिए अग्निशमन गाड़ियों को पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सबसे पहले 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची थी लेकिन बस्ती इलाके में ज्वलनशील सामानों की मौजूदगी की वजह से आग तेजी से फैलती चली गई थी जिसके बाद रात 10:00 बजे से पहले अग्निशमन गाड़ियों की संख्या बढ़ाकर 25 करनी पड़ी। बाद में तीन और गाड़ियों की जरूरत कूलिंग के लिए पड़ी है।
 लगातार ब्लास्ट हो रहे थे सिलेंडर
 अग्निशमन विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बस्ती के सभी घरों में आग फैल गई थी और वहां रखे सिलेंडर उसकी चपेट में आ गए थे। एक के बाद एक ब्लास्ट होने लगा था जिसके बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था। पूरा इलाका धुएं के गुबार में ढक गया था। सावधानी बरतते हुए कोलकाता पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम ने यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया था और अग्निशमन विभाग की टीम ने गंगा नदी से पानी लेकर चारों तरफ से आग पर डालना शुरू किया। आग बस्ती से निकल कर बहुतल वाले रिहायशी क्षेत्रों में पहुंच गई थी। पास ही में स्वामी रामकृष्ण परमहंस की सहधर्मिणी  मां शारदा का आवास है जिसका दफ्तर भी आग की चपेट में आ गया है। आग बुझाने के क्रम में एक अग्निशमन कर्मी भी घायल हुआ है जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। —-
लोगों ने पुलिस को घेरकर किया प्रदर्शन  
इधर स्थानीय लोगों का आरोप है कि आग लगने की सूचना देने के काफी देर बाद अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इसलिए स्थानीय लोगों ने पुलिस की गाड़ी को घेर कर विरोध प्रदर्शन किया। यहां तक कि पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ भी हुई। हालांकि बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के समझाने बुझाने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन खत्म किया। सीएम के निर्देश पर गंंगासागर से मौके पर पहुंचे शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने पीडित परिवारों को नए मकान देने का आश्वासन दिया।  इस बीच   आग से बेघर हुए लोगों को     निगम के चार कम्युनिटी हॉल और बागबाजार महिला कॉलेज में रहने की व्यवस्था की गई। उनके खाने की व्यवस्था भी नगर निगम की ओर से की गई है। हकीम ने कहा कि गुरुवार से ही नगर निगम की ओर से बस्ती वासियों के लिए मकान तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा।
 घंटों तक बाधित रहा यातायात 
आग की वजह से सेंट्रल एवेन्यू, गिरीश चंद्र एवेन्यू, शोभाबाजार, बागबाजार, एमजी रोड, यहां तक कि बीटी रोड समेत उत्तर कोलकाता की सभी महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात बाधित हो गई थीं। इसकी वजह से आग के कारण बागबाजार की पूरी सड़क बंद कर दी गई थी और गाड़ियों को दूसरे रूट से मोड़ दिया गया था।
 अग्निकांड  की होगी जांच : अग्निशमन मंत्री 
राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु ने कहा है कि आग लगने के कारणों के बारे में स्थिति फिलहाल स्पष्ट नहीं है। प्रारंभिक तौर पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी मकान में खाना बनाते समय चिंगारी आदि छिटकने से आग लगी होगी। लेकिन इसके पुख्ता कारणों की जांच होगी। इसके लिए कमेटी का गठन होगा। उन्होंने बताया कि घटना में कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है।
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