चुनाव आयोग ने तृणमूल से मांगे बीएसएफ पर लगाए आरोपों के साक्ष्य

22/01/2021,8:00:03 PM.

कोलकाताः  बांग्लादेश से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में गांव वालों को डरा-धमका कर भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बनाने संबंधी राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने साक्ष्य मांगे हैं। बीएसएफ पर लगाए गए आरोपों को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा है कि अर्धसैनिक बल के खिलाफ इस तरह का आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। दूसरी ओर, चुनाव आयोग के साथ बैठक के कुछ देर के बाद ही चार आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को कोलकाता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में तथ्यों की मांग की है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि बीएसएफ देश के सर्वश्रेष्ठ बलों में एक है। बल किसी के पक्ष में या किसी के खिलाफ काम करेगा, ऐसा नहीं लगता, मैंने इस बारे में उनसे जानकारी मांगी है। यह आरोप दुर्भाग्यपूर्ण है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव ने उन्हें आश्वस्त किया है कि राज्य पुलिस को मतदान केंद्रों से दूर रखा जायेगा। इससे पहले उन्होंने कहा था कि बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के मद्देनजर भारत निर्वाचन आयोग 2019 के लोकसभा चुनाव की अपेक्षा 25 फीसदी अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती करने पर विचार कर रहा है।

मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर 1,01,733 हुई
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मतदान केंद्रों की संख्या में बढोतरी हुई है। राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या 77,247 से बढ़कर 1,01,733 हो गयी है। इस बात के संकेत हैं कि आयोग पिछले लोकसभा चुनावों की अपेक्षा 25 फीसदी अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करने पर विचार कर रहा है। प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

 

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *