जितेंद्र तिवारी का फिरहाद हकीम के साथ वाकयुद्ध, बोले- हमें ज्ञान देने की जरूरत नहीं

14/12/2020,2:48:02 PM.

आसनसोलः भाजपा के लगातार हमले का शिकार हो रही और अपनी ही पार्टी के बागी नेताओं से परेशान ममता बनर्जी की सरकार पर उसके ही विधायक और आसनसोल के नगर प्रशासक जितेंद्र तिवारी ने बड़ा आरोप लगाया है। तिवारी ने राज्य के नगर विकास मंत्री फिरहाद हकीम को कल एक पत्र लिखा है जिसमें उल्लेख किया गया है कि केंद्र से स्मार्ट सिटी योजना के लिए आसनसोल को मिलने वाले 2000 करोड़ रुपये और सॉलिड वेस्ट मैनेंजमेंट के लिए मिलने वाली 1500 करोड़ रुपये की राशि लेने से रोक दिया गया है। ऐसा राजनीतिक कारणों से किया गया है। तिवारी के इस विस्फोटक पत्र से बंगाल की राजनीतिक में भूचाल आ गया है।

तिवारी के पत्र को लेकर राज्य के नगर विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने मीडिया से कहा कि जितेंद्र तिवारी केंद्रीय फंड को लेकर प्रोपगेंडा कर रहे हैं। उन्हें बीजेपी उल्टा समझा रही है। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। उन्हें मुझसे यह बात कहनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग जाना चाहते हैं, वह जा सकते हैं। ममता बनर्जी ने पहले ही कहा है कि ऐसे लोगों को दरवाजे खुले हैं। फिरहाद यह स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि अगर जीतेंद्र तिवारी बीजेपी में जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं  मीडिया में फिरहाद का यह बयान आने के बाद तिवारी ने उनपर जबरदस्त पलटवार किया है। उन्होंने एक चैनेल से बातचीत में कहा कि केंद्र की राशि के संबंध में उन्होंने पहले भी फिरहाद हकीम को सात बार पत्र लिखे थे लेकिन इसपर ध्यान नहीं दिया गया। दरवाजे खुले होने के संबंध में तिवारी ने कहा कि मुझे फिरहाद से नहीं सिखना है कि कैसे पार्टी  के प्रति वफादार होना है। जितना वह ममता बनर्जी के प्रति वफादार हैं, वह भी उतना ही हैं। उन्होंने जमीन पर बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। मुझे उनके ज्ञान की जरूरत नहीं है।

जितेंद्र तिवारी के ममता बनर्जी के सबसे करीबी मंत्री फिरहाद हकीम के के साथ सीधे वाकयुद्ध से यह अब तय लग रहा है कि तिवारी ने स्पष्ट रूप से पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज बाद में तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए यह भी सवाल उठाया कि आखिर उनके लिखे गोपनीय पत्र कैसे जाहिर हो गए। उन्होंने तो मीडिया को यह पत्र नहीं दिखाया था। उन्होंने कहा कि वे पहले भी पत्र लिखे हैं लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। तिवारी ने कहा कि उन्होंने यह मामला बीजेपी या बाबुल सुप्रीय को खुशी करने के लिए नहीं उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि आसनसोल बंगाल का सबसे बड़ा नगर निगम क्षेत्र है। यहां विकास के लिए फंड की जरूरत है। आसनसोल की अपेक्षा कोलकाता को बहुत फंड दिया जाता है। आसनसोल के लोगों के प्रति उनकी जिम्मेवारी है।

पांडेश्वर के तृणमूल विधायक तथा आसनसोल नगर निगम के प्रशासकीय बोर्ड के चेयरपर्सन जितेंद्र तिवारी ने अपने मंत्री पर आरोप लगाने के साथ ही रानीगंज के टीडीवी कॉले और गर्ल्स कॉलेज के गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफा का कारण राजनीतिक व्यस्तता बताई है।

बाबुल सुप्रियो ने क्या कहा

बहरहाल तिवारी के राज्य के कद्दावर मंत्री फिरहाद हकीम को आसनसोल को केंद्रीय योजना से वंचित करने के संबंध में लिखे कड़े पत्र को लेकर बीजेपी में खुशी की लहर है। आसनसोल के सांसद और केंद्री राज्य पर्यावरण मंत्री बाबुल सुप्रीयो ने ट्वीट के जरिये और चैनलों से बातचीत में कहा कि हम पहले से कहते रहे हैं कि ममता बनर्जी की सरकार आसनसोल को वंचित कर रही है। ना सिर्फ आसनसोल बल्कि पूरे राज्य को केंद्रीय योजनाओं से वंचित किया जाता रहा है, वह भी सिर्फ राजनीतिक कारणों से। मुझे खुशी है कि जितेंद्र तिवारी ने सच कहने और पार्टी के खिलाफ जाने का साहस दिखाया है।

दिलीप घोष व अर्जुन सिंह ने क्या कहा

इधर जितेंद्र तिवारी के अपनी ही सरकार पर आसनसोल को वंचित करने के आरोप लगाने पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि यह सचमुच में विरल बात है। अकल्पनीय है। अगर ऐसा तो यह समझा जा सकता है कि किस तरह से ममता बनर्जी की सरकार ने इस राज्य का अहित किया है। बीजेपी पहले से ही कहती रही है कि राजनीतिक कारणों से राज्य की जनता को केंद्रीय योजनाओं से वंचित किया जा रहा है। इधर बैरकपुर के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने जितेंद्र तिवारी द्वारा अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने पर खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया है कि जितेंद्र तिवारी का जमीर जगा और उन्होंने सच बात कही है। उनकी तरह अभी और भी तृणमूल कांग्रेस के लोग आगे आएंगे और सच उजागर करेंगे।

अमित मालवीय ने क्या कहा

बीजेपी के केंद्रीय आईटी सेल के प्रमुख और अब बंगाल के सह पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने जितेंद्र तिवारी के पत्र को उद्धृत करते हुए ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने तिवारी के पत्र को शेयर करते हुए लिखा है कि आसनसोल के मेयर और तृणमूल विधायक ने ममता बनर्जी की सरकार पर खुलेआम आसनसोल को केंद्रीय फंड से वंचित और आसनसोल को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल करने से रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने झूठे वादे और योजनाओं को अधूरे योजनाओं को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया है। वस्तुतः बंगाल का प्रत्येक शहरी क्षेत्र ऐसी वंचना का शिकार है।

बहरहाल जितेंद्र तिवारी के पत्र और उनके फिरहाद हकीम के साथ प्रेस के जरिये वॉकयुद्ध से यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में जितेंद्र तिवारी भी शुभेंदु के रास्ते पर चल सकते हैं। और यह भी अब संभावना बन रही है कि वह बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। आगामी 19-20 दिसंबर को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बंगाल के दौरे पर आ रहे हैंं। उनके दौरे पर नजर रहेगी कि क्या जितेंद्र तिवारी भाजपा में शामिल होते हैं कि नहीं।
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