तृणमूल में शामिल हुईं भाजपा सांसद सौमित्र खां की पत्नी सुजाता मंडल खां

21/12/2020,2:11:39 PM.

 

शुभेंदु अधिकारी को बताया धंधेबाज, कहा- सालों सत्ता का मजा लेने के बाद बदला पाला

भाजपा में योग्य लोगों के लिए स्थान नहीं, दूसरी पार्टियों को तोड़ रही भाजपा

 

कोलकाता: अमित शाह के कोलकाता छोड़ने के एक दिन के भीतर ही तृणमूल कांग्रेस ने भगवा खेमे में पलटवार किया है। विष्णुपुर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद सौमित्र खां की पत्नी सुजाता मंडल खां ने भाजपा छोड़ दी हैं और आज वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं। वहीं उन्होंने अपने पति के बारे में बोलते हुए कहा कि उनके पति की जब चेतना जाग जाएगी तो वह भी वापस आ जाएंगे।

उल्लेखऩीय है कि सौमित्र खां और सुजाता मंडल खां दोनों तृणमूल कांग्रेस में थे। बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए। राज्य में लोकसभा चुनावों के दौरान अदालत के आदेश के बाद सौमित्र खां को बिष्णुपुर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी। इसके बाद उनकी पत्नी सुजाता मंडल खां ने अपनी ओर से भाजपा के अभियान को संभाला औऱ उसे आगे बढ़ाया। उन्हें चुनाव के दिन भी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ अकेले ही लड़ते हुए देखा गया। चुनाव जीतने के बाद सौमित्र ने अपनी पत्नी को सारा श्रेय दिया।

तृणमूल भवन में अपने संबोधन के दौरान सुजाता ने शुभेंदु अधकारी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री पद का तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को लोभ दे रही है। ममता बनर्जी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमूर्ति हैं, वह उनकी एक सैनिक हैं। शुभेंदु धंधाबाज हैं, मैं उन्हें नेता नहीं मानती । उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अयोग्य लोगों को जगह देती है। जो लोग भ्रष्ट हैं, वे भाजपा में जाते ही शुद्ध हो जाते हैं, यह कैसे हो सकता है? हम जैसे लोग जो मेहनत करते हैं, खून देते हैं, पार्टी के लिए सबकुछ करते हैं, उन्हें जगह नहीं मिलती है। भाजपा दूसरी पार्टी के नेताओं को तोड़ती है और अयोग्य लोगों को पार्टी में स्थान देती है।

हालांकि सौमित्र खां के तृणमूल कांग्रेस में लौटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस दिन सौमित्र खां की चेतना जग जाएगी, वह समझ जाएंगे कि वह किस पार्टी के योग्य हैं, तब जरूर लौटेंगे। जिस पार्टी के वुरुद्ध इतने दिनों तक वह लड़ी, आखिर क्यों वापस उसी पार्टी में आईं,  इस सवाल पर सुजाता ने कहा कि भाजपा में उनका सम्मान और उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हो रही थी। यदि आपकी प्रतिष्ठा निरंतर धूमिल होती रहती है तो वहां रहना मुश्किल हो जाता है। संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मैं अपनी प्रिय नेत्री ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के साथ काम करना चाहती हूं। सुजाता ने ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी को उऩ्हें एक मजबूत नेता के रूप में तैयार करने की उम्मीद जताई।

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