दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव नर्स ठीक होने के बाद फिर से पाई गई पॉजिटिव

20/07/2020,4:52:58 PM.

कोलकाताहिंदी.कॉम

कोलकाताः क्या एक बार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद किसी व्यक्ति में दोबारा संक्रमण का खतरा हो सकता है, इस सवाल का जवाब चिकित्सक व संक्रामक रोग विशेषज्ञ तलाश रहे हैं। हालांकि उनका कहना है कि ऐसा संभव हो सकता है। ऐसा उदाहरण दुनिया में बहुत कम मिले हैं। अब दिल्ली में भी यह प्रमाण मिला है जिसमें एक कोरोना योद्धा के फिर में कोरोना से संक्रमित होने के लक्षण मिले हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के हिंदूराव अस्पताल की नर्स कृष्णा जून के प्रथम सप्ताह में कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं। रोगियों के इलाज के दौरान संभवतः वह संक्रमण की शिकार हुई थीं। पॉजिटिव पाये जाने के बाद वह 21 दिनों तक आइसोलेशन में रही थीं। ठीक होने के बाद उन्होंने फिर से अस्पताल में ज्वाइन किया था। सब कुछ ठीक चल रहा था। अस्पताल के नियम के मुताबिक 14 दिनों तक ड्यूटी करने के बाद कर्मचारी को 5 दिन की छुट्टी दी जाती थी और फिर ज्वाइन करने से पहले उनका कोरोना टेस्ट किया जाता।

जुलाई महीने के मध्य में नर्स कृष्ण की फिर से कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए आटी-पीसीआर जांच की गई। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि कृष्णा में कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि वह पूरी तरह से ठीक हैं। लेकिन हो सकता है कि कोरोना वायरस उनके शरीर में मृत अवस्था में रहा हो। इसलिए यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि इससे उन्हें कोई खतरा नहीं है। दोबारा से पॉजिटिव आने पर कृष्णा के शरीर में एंटीबॉडी की जांच की गई जिसमें पता चला कि उनके शरीर में पर्याप्त मात्रा में एंडीबॉडी हैं।

एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि जब तक शरीर में एंटीबॉडी है तब तक कोरोना मरीज रह चुके किसी व्यक्ति के दोबारा से पॉजिटिव होने की संभावना नहीं है। कृष्णा के साथ ऐसा इसलिए हुआ है कि क्योंकि उनके शरीर में मृत कोरोना वायरस रहा हो और संभव हो कि टेस्ट के लिए नमूने लेते समय वह ऊपर आ गया हो।

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