01/11/2020,5:51:52 PM.
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कोलकाता: दुर्गापुर बैराज के लॉकगेट टूटने के लगभग 24 घंटा बीत जाने के बाद भी अबतक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो पाया है। सिंचाई विभाग की ओर से रविवार को मरम्मत कार्य को लेकर तत्परता दिखाई गई लेकिन रविवार तक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो पाई थी।
रविवार की सुबह भी पानी क्षतिग्रस्त फाटक से लगातार बाहर निकल रहा था। यही कारण है कि इंजीनियरों के लिए फाटक की मरम्मत शुरू करने में देरी हो रही थी। रविवार की सुबह सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता जयंत दास ने दुर्गापुर बैराज का दौरा किया और विशेषज्ञ टीम के सदस्यों के साथ बात की।
उन्होंने कहा कि जब तक बैराज का जल स्तर कम नहीं हो जाता तब तक टूटे हुए लॉकगेट की मरम्मत संभव नहीं है। क्योंकि कई प्रकार के तकनीकी काम हैं, जिसे पूरा करना होता है। पानी का स्तर कम होने तक हमें इतेजार करना होगा। उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे पानी का बचत करें, जरूरी काम के लिए ही पानी का इस्तेमाल करें, इससे हमें काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, मैं फिलहाल मौके पर हूं और स्थिति पर नजर रख रहा हूं।
सिंचाई विभाग के सचिव सहित उच्चस्तरीय अधिकारियों के एक समूह ने रविवार को दुर्गापुर बैराज का दौरा किया। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि टूटे हुए लॉकगेट की मरम्मत का काम कब तक शुरू होगा। लॉकगेट की मरम्मत में लगे एक ठेकेदार ने कहा कि सैंडबैग की मदद से गेट नंबर 31 तक जाने के लिए सड़क बनाने का काम चल रहा है, लेकिन उस स्थिति में भी काम धीमी गति से हो रहा है क्योंकि इस कार्य में दामोदर का जल स्तर बाधा बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दुर्गापुर बैराज के गेट नंबर 31 अचानक तेज आवाज के साथ टूट गया, ठीक उसी तरह जैसे नवंबर, 2017 में लॉकगेट नंबर 1 टूट गया था। इससे उस दौरान जलसंकट शुरू हो गया था। अब लोगों को डर सता रहा है कि कहीं फिर से वही स्थिति पैदा ना हो जाए।
हालांकि फिलहाल शहर के कई हिस्सों में जलसंकट शुरू हो चुका है और कई लोगों का मानना है कि जितनी जल्दी लॉकगेट की मरम्मत शुरू होगी, उतनी ही जल्दी जलसंकट गहराने की आशंका कम होगी। हालांकि यह सबकुछ मरम्मत कार्य के जल्द पूरा होने पर निर्भर करेगा।
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