23/01/2021,5:31:20 PM.
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कोलकाताः पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड ने कहा है कि राज्य में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए वे हर जरूरी कदम उठायेंगे।
शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर राजभवन कोलकाता में आजादी के इस महानायक की एक विशाल प्रतिमा का अनावरण राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने किया है। इस दौरान भाजपा के राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता, अनिर्वाण गांगुली, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पौत्र चंद्र कुमार बोस, सेना के ईस्टर्न कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और बीएसएफ के डीजी आईपीएस पंकज सिंह मौजूद थे। इस दौरान राज्यपाल ने कहा, “मैं पश्चिम बंगाल के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि राज्य में निष्पक्ष और हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “बीएसएफ को लेकर क्यों इस तरह के मंतव्य किए गए, उन्हें नहीं मालूम। इसमें सेंट्रल फोर्स को क्यों शामिल किया गया। यह ठीक नहीं है। इससे बहुत ही खराब संदेश गया है। साल 2021 बहुत ही महत्वपूर्ण वर्ष है, लेकिन भयभीत होने से नहीं होगा। साल 2018 में पंचायत चुनाव के दौरान जो भय का वातावरण बनाया गया था, उसे सभी को जानकारी है। वह राज्यपाल के रूप में कह रहे हैं। इस बार वोट बहुत ही अच्छा होगा। राज्य सरकार के अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वह राजनीति से दूर रहें।
भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को हर वर्ष पराक्रम दिवस मनाने की घोषणा की है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इससे असहमति जताते हुए इस दिन को देशनायक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी की असहमति की आलोचना की है। राज्यपाल ने कहा, ” 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में नामित किया गया था बहुत सोच-विचार के बाद। यह नेताजी की वीरता को दर्शाता है और उन्होंने राष्ट्र को कैसे एकजुट किया। हर कदम पर असहमति व्यक्त करना और सहकारी संघवाद के खिलाफ जाना अच्छा नहीं है। “
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