पत्नी के तृणमूल में शामिल होने से खफा सौमित्र ने की घोषणा, कहा – सुजाता को देंगे तलाक

21/12/2020,8:17:35 PM.

 

कोलकाता: बंगाल की राजनीति में विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी तोड़फोड़ की घटनाएं तेज हो चली हैं। जहां शनिवार को बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को अपने दल में शामिल कराया, वहीं उसका जवाब देने में अब तृणमूल कांग्रेस भी कहीं से पीछे नहीं है।

तृणमूल ने सोमवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष और बांकुड़ा के विष्णुपुर से सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान को अपने दल में शामिल कराया है। कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सौगत राय ने सुजाता को पार्टी का झंडा थमा कर उन्हें पार्टी में शामिल कराया। लेकिन सुजाता के तृणमूल का दामन थामने से सौमित्र खां इतने टूट गए कि उन्होंने अपनी 10 सालों की शादी को तोड़ने का ऐलान कर दिया है।

उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस कर सुजाता को तलाक संबंधी नोटिस भेजने की घोषणा कर दी है। बंगाल की राजनीतिक में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया कि पत्नी के अलग पार्टी ज्वाइन करने से पति उसे तलाक देने की घोषणा कर दे। इधर तलाक का  नोटिस भेजने की सौमित्र द्वारा बात कहने से सुजाता भी टूट गई और एक चैनेल से बात करते हुए रोने लगीं। उन्होंने यह विश्वास नहीं हो रहा था कि उनके तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन करने से सौमित्र खां इस तरह उनके 10 सालों की वैवाहिक जीवन को समाप्त करने की घोषणा प्रेस कांफ्रेंस में कर देंगे। हालांकि जब सुजाता ने सोमवार के दिन 1 बजे प्रेस कांफ्रेंस में तृणमूल का झंडा थामा तो वह खुश दिखाई दे रही थीं।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद मीडिया से कहा कि उन्हें बीजेपी में सम्मान नहीं मिल रहा था। जब वह चैंलेंज पसंद करती हैं। इसलिए वह फिर से तृणमूल में शामिल हुई हैं। सौमित्र खां के तृणमूल कांग्रेस में लौटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस दिन सौमित्र खां की चेतना जग जाएगी, वह समझ जाएंगे कि वह किस पार्टी के योग्य हैं, तब जरूर लौटेंगे। जिस पार्टी के वुरुद्ध इतने दिनों तक वह लड़ी, आखिर क्यों वापस उसी पार्टी में आईं,  इस सवाल पर सुजाता ने कहा कि भाजपा में उनका सम्मान और उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हो रही थी। यदि आपकी प्रतिष्ठा निरंतर धूमिल होती रहती है तो वहां रहना मुश्किल हो जाता है।

आपको यहां बता दें कि सौमित्र खां और सुजाता दोनों पहले तृणमूल कांग्रेस में ही थे। जब लोकसभा चुनाव के पहले सौमित्र बीजेपी में शामिल हुए तो सुजाता भी उनके साथ भगवा पार्टी में आ गई। लेकिन एक मामले में सौमित्र को कोर्ट ने गृहबंदी का आदेश सुनाया था तो सुजाता ने ही उन्हें लिए पूरे विष्णुपुर में घूम-घूम प्रचार करने का जिम्मा उठाया था। बहरहाल अपनी पत्नी सुजाता के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से दुखी सौमित्र खान जब प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे तो आंखों में आंसू लिये और रूंधे गला से सुजाता को संबोधित करते हुए कहा कि सुजाता यह तुमने ठीक नहीं किया। क्या मैं पापी हूं।

सौमित्र ने यह भी कहा कि तुम अब अपने नाम के साथ खां मत लिखो, केवल मंडल लिखना। सौमित्र ने यह भी कहा कि तुम राजनीति कुछ भी नहीं समझती हो। अगर सौमित्र नहीं होता तो तुम्हें कोई नहीं पहचानता। हालांकि सौमित्र ने पिछले लोकसभा चुनाव में सुजाता की मेहनत की प्रशंसा भी। कहा कि चुनाव में मैं गृहबंदी था। तुम मेरे पास थी। मैं यह नहीं भूलुंगा। हालांकि सौमित्र ने यह भी कहा कि बीजेपी मेरे साथ थी। पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से ही मैं चुनाव जीता।

राजनीति की वजह से पति-पत्नी के बीच आई दरार में एक अच्छी बात दिखाई दी कि सौमित्र खां और सुजाता मंडल खां दोनों ने एक दूसरे के बेहतर भविष्य़ की कामना की। आगे की शुभकामनाएं दीं। बहरहाल अब देखना दिलचस्प होगा कि इस कहानी का क्लाईमेक्स क्या होता है।

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