16/10/2020,8:48:20 PM.
|
कोलकाताहिंदी.कॉम
कोलकाताः बांकुड़ा के मेजिया में स्थित डीवीसी के विद्युत उत्पादन केंद्र एमटीपीएस पश्चिम बंगाल के बड़े पावर प्लांट में शामिल है। लेकिन ऐसे समय में जब दुर्गापूजा में कुछ दिन बाकी हैं और बिजली की मांग बढ़ने वाली है तो इस पावर प्लांट के सामने बिजली उत्पादान को बनाए रखने का संकट पैदा हो गया है। क्योंकि इस प्लांट के साढ़े तीन हजार ठेका श्रमिक 72 घंटे के लिए हड़ताल पर चले गए हैं। ये ठेका श्रमिक प्लांट के मेंटनेंस डिपार्टमेंट से जुड़े हैं। ये अपनी कई मांगों को लेकर आंदोलन पर उतर आए हैं।
प्लांट के रेगुलर वर्करों का कहना है कि इन ठेका श्रमिकों के आंदोलन से फ्लांट में बिजली उत्पाद ठप हो सकता है। अगर प्लांट का एक यूनिट भी ठप होता है तो उसे दुबारा चालू करने में 40 किलोलीटर तेल की जरूरत पड़ेगी यानी कंपनी को 20 लाख रुपये की चपत पड़ेगी। बिजली नहीं पहुंचने से कंपनी को जो नुकसान होगा, वह अलग है। ठेका श्रमिकों का कहना है कि उनके वेतन में करीब 3 से 5 हजार रुपये की गैरकानूनी कटौती की जा रही है।इनका कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तो वे आंदोलन का समय बढ़ा भी सकते हैं।
आंदोलन करने वाले ठेका श्रमिकों के प्रति डीवीसी के एमटीपीएस प्रबंधन ने सहानुभूति जताई है। लेकिन कहा कि उनके बिना प्लांट चलाना मुश्किल है। बहरहाल अगर श्रमिक जल्द काम पर नहीं लौटे तो ना सिर्फ दुर्गापुर बल्कि बंगाल के कई इलाकों में अंधेरा पसर सकता है।
22/10/2023,9:21:25 PM. Read more
28/09/2023,5:37:49 PM. Read more
© 2015 - 2020 kolkatahindi.com
Design & Develop by GWS
Leave a Reply