22/12/2020,8:30:00 PM.
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कोलकाताः पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई महीने के मध्य में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में मची टूट के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल की बैठक की है। इसमें राज्य के वन मंत्री राजीव बनर्जी समेत चार वरिष्ठ मंत्री नदारद रहे हैं। इसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
सूत्रों के अनुसार ये चारों मुख्यमंत्री से दूरी बना रहे हैं। हालांकि राजीव बनर्जी के अलावा बाकी के तीन मंत्री सुदूर क्षेत्रों से हैं इसलिए उनके नहीं आने का वाजिब कारण बताया जा रहा है लेकिन राजीव बनर्जी की अनुपस्थिति को लेकर माना जा रहा है कि ममता बनर्जी से उनका मोहभंग हो गया है। राजीव काफी दिनों से तृणमूल नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। राजीव बनर्जी के अलावा कैबिनेट की बैठक से जो मंत्री अनुपस्थित रहे उसमें पर्यटन मंत्री गौतम देव, रवींद्र नाथ घोष एवं मत्सय मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा हैं। इनमें गौतम देव व रवींद्रनाथ घोष उत्तर बंगाल से हैं इसलिए इनके बारे में कहा जा रहा है कि चूंकि वे उत्तर बंगाल से आते हैं, इसीलिए वे नहीं आ सके। चंद्रनाथ सिन्हा पुरुलिया से आते हैं। यह भी काफी दूर है। राजीव बनर्जी हावड़ा के डोमजूर से विधायक हैं, जो राज्य सचिवालय नवान्न से कुछ ही दूरी पर है। इसके बावजूद वे कैबिनेट की बैठक से गैरहाजिर रहे। इसलिए उनके बारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राजीव बनर्जी राज्य के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी के करीबी माने जाते हैं। दो दिनों पहले ही शुभेंदु ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही राजिव भी भाजपा के पाले में जाने वाले हैं। एक दिन पहले ही शिक्षा मंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी के घर पर राजिव बनर्जी के साथ पार्टी नेताओं की बैठक हुई थी लेकिन खबर है कि उन्हें मनाने की कोशिशें विफल रही हैं।
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