03/12/2020,5:31:35 PM.
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कोलकाताः लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गुरुवार को माझेरहाट नया पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों हुआ है। माझेरहाट पुल का नाम बदल कर जय हिंद ब्रिज लिखा गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पुल पर कुछ कदमों की चहलकदमी भी की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में नवनिर्मित मेझेरहाट पुल का नाम सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर “जय हिंद” ब्रिज के रूप में रखा है।
उल्लेखनीय है कि दो साल तक बंद रहने के बाद, माझेरहाट ब्रिज को फिर से खोल दिया गया। दो साल पहले 04 सितम्बर, 2018 को शहर में एक में ही माझेरहाट ब्रिज का हिस्सा ढह गया था। पुल के गिरने से पुल के नीचे कई लोग दबे गए थे। दूसरी बार फिर किसी प्रकार को दुर्घटना न हो, इसलिए इस ब्रिज को पूरी तरह से ध्वस्त करके नया पुल बनाने का निर्णय लिया गया। हुगली पुल की शैली में 800 मीटर लंबे पुल का निर्माण किया गया है।
उद्घाटन के मौके पर ममता बनर्जी ने केंद्र और रेलवे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रेलवे अगर सही समय पर अनुमित देता तो हम नौ महीने में ही ब्रिज बना देते। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे राज्य सरकार से पैसे ले रहा है जो अनुचित है। ममता ने इस दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे अभी भी माझेरहाट पुल की आपदा याद है। नए फ्लाईओवर पर बिना हेलमेट बाइक चलाने की अनुमति नहीं होगी। हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाए और अपना जीवन बचाएं। यदि सिर सुरक्षित है, तो सबकुछ ठीक रहेगा। जिन लोगों के पास हेलमेट खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं, उन्हें मुफ्त में हेलमेट दिया जाएगा। यदि आप स्थानीय पुलिस स्टेशन का पता देते हैं, तो आपको हेलमेट मिलेगा। उसके बाद, कोरोना की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए, मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कृपया मास्क पहनें। अपने अच्छे के लिए अपनी जान बचाएं।
उल्लेखनीय है कि इस नए पुल का निर्माण 800 मीटर की लंबाई के साथ दूसरे हुगली पुल की शैली में तैयार किया गया है। पुल निर्माण का सारा काम खत्म हो गया। ब्रिज पर ट्रायल रन भी पूरा हो चुका है। पहले मझेरहाट पुल की वहन क्षमता 150 टन थी, नए पुल की वहन क्षमता लगभग 350 टन है।
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