-रानीगंज में लॉकडाउन

07/09/2020,9:43:14 PM.

-रानीगंज में लॉकडाउन में पुलिस की कड़ाई

-दुकान खुली रखने वाले कई लोग पुलिस के हत्थे चढ़े

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सोमवार को लॉकडाउन लागू किया गया। इसका असर रानीगंज में भी साफ दिखा। हालांकि कुछ जगहों पर दुकानें खुली थीं। ऐसा ही नजारा केजी लेन और ईस्ट पाड़ा में देखने को मिला।…. गौर करने की बात है कि ये इलाके रानीगंज थाने से कुछ दूर पर ही हैं। इन इलाकों में कई दुकानें खुली थीं। ग्राहक भी दुकानों पर दिखे। रास्ते पर गाड़ियां भी चल रही थीं। यहां तक ट्रकों से सामान लोड-अनलोड भी हो रहे थे। यानी कि खुले आम लॉकडाउन की पाबंदियओं की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं…. बहरहाल आखिर पुलिस तक खबर पहुंच गई।….कुछ देर में पुलिस की गाड़ी भी पहुंच गई। पुलिस को देखते ही दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। हालांकि कुछ दुकानदार पुलिस के हत्थे भी चढ़ गए। पुलिस ने इन्हें अपनी गाड़ी में बैठाया और थाने लेकर गई।

पुलिस ने पूरे रानीगंज में अभियान चलाकर सड़कों पर बेवजह चलने वाले कई लोगों को हिरासत में भी लिया हालांकि इन्हें बाद में छोड़ दिया गया। रानीगंज की सड़कों पर दो पहिया वाहन खुलेआम चलते दिखें। हालांकि लॉकडाउन काफी सफल रहा।

बाप्पा चटर्जी को तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्य सचिव बनाए जाने से बर्नपुर के बीजेपी कार्यकर्ताओं में खुशी है। पार्टी कार्यकर्ता इसे बर्नपुर के लिए गौरव की बात कह रहे हैं। उन्होंने बाप्पा चटर्जी को अपने तरीक से सम्मानित किया। आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 96 में एक कार्यक्रम में बाप्पा चटर्जी को ठाकुर मदन गोपाल जिऊ की तस्वीर देकर सम्मानित किया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भी दिया। इस अवसर पर सभी का मुंह भी मीठा किया गया। —-जैसा आपको पता है बीजेपी नेता और कार्यकर्ता अगले  विधानसभा चुनाव को लेकर काफी उत्साहित हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को लगता है कि 2021 के चुनाव में बंगाल में सत्ता परिवर्तन हो जाएगा।….और बीजेपी की सरकार बन जाएगी। इसलिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता अभी से जोरदार तैयारी में लगे हैं।

 


कोरोना संक्रमण के रोकने के लिए मोदी सरकार ने 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लगाया था। करीब दो महीने तक चले संपूर्ण लॉकडाउन ने देश के गरीब तबके को एक तरह से तबाह कर दिया। लॉकडाउन के बाद देश में अनलॉक के तहत सीमित पाबंदिया लगाई गईं। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान समेत अन्य जिलों में में भी पाबंदिया लागू हुईं।….लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान हजारों लोग मुसीबतों में घिर गए। उनका रोजगार चला गया….खाने-पीने की मुश्किलें हो गईं।…..ऐसे समय में आसनसोल में कृष्णा प्रसाद मुसीबत के मारे लोगों के लिए उम्मीद की किरण बन कर सामने आएं। लॉकडाउन और उसके बाद अब अनलॉक के दौरान वे लगातार गरीबों और जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।…….अब वे एक विकलांग यानी दिव्यांग परिवार को मदद के लिए आगे आए हैं। यह दिव्यांग परिवार निश्चिंतो ग्राम में अपने टूट-फूटे घर में रहता है। इलाके में तिरपाल वितरण के दौरान कृष्णा प्रसाद को इस परिवार के बारे में पता चला….तो वे उसके घर तक चले गए। वे घर के अंदर भी गए। यह परिवार अपने तीन बच्चों के साथ जर्जर घर में रहता है। इसे देख कर कृष्णा प्रसाद ने तुरंत कहा कि वे उनका घर बना देंगे।…दो दिन के अंदर घर बनाने का काम शुरू हो जाए।…..यह बात सुनकर परिवार ने उनका आभार जताया। कृष्णा प्रसाद ने इस परिवार की आर्थिक मदद भी की…उन्होंने उसे दिव्यांग सर्टिफिकेट भी बनवा देने का भरोसा दिया है।..

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