28/11/2020,11:32:03 AM.
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उन्हें मनाने के बजाय जनसंपर्क पर जोर देने का निर्देश
कोलकाता: ममता कैबिनेट के कद्दावर मंत्री शुभेंदु अधिकारी के परिवहन, सिंचाई और मानव संपद विकास मंत्रालय से इस्तीफा देने के बाद खुद ममता बनर्जी ने कमान संभाल ली है। शुक्रवार को शुभेंदु ने ई-मेल के जरिए अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल को भेजा था। सुबह के समय जब उन्होंने अपना इस्तीफा भेजा तब माना जा रहा था कि खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहल करेंगी और शुभेंदु को मनाएंगी। लेकिन शाम होते-होते सीएम ने शुभेंदु का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और अपने कालीघाट स्थित आवास पर आपातकालीन बैठक बुलाई।
इसमें अरूप विश्वास, पार्थ चटर्जी, फिरहाद हकीम और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी जैसे शीर्ष नेता शामिल थे। अभिषेक को पार्टी में अपने बाद सबसे ज्यादा अहमियत देने के ममता बनर्जी के रवैए की वजह से शुभेंदु सबसे ज्यादा नाराज हैं। जब आपातकालीन बैठक हो रही थी तब भी अंदाजा लगाया जा रहा था कि ममता बनर्जी शुभेंदु से बात कर सकती हैं क्योंकि उन्होंने केवल मंत्री पद छोड़ा है, अभी भी वह विधायक हैं और पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी। लेकिन ममता ने ऐसा कुछ नहीं किया है। रात तक चली बैठक में ममता ने शुभेंदु द्वारा छोड़े गए सभी मंत्रालय को अपने पास रखने की जानकारी दी। उसके बाद उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं को पूरे हालात पर नजर रखने और राजनीतिक परिस्थितियों को संभालने का निर्देश दिया है।
उन्होंने यह भी साफ कहा है कि “जिसे जाना है जाए, कोई फर्क नहीं पड़ेगा”। ममता ने स्पष्ट किया कि राज्य भर के जिला नेतृत्व को जनसंपर्क बढ़ाने और 2021 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रचार-प्रसार पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने का भी निर्देश दिया है। 7 दिसम्बर को वह स्वयं सड़कों पर उतर सकती हैं। कोलकाता में वह रैली करेंगी जिसमें केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ मुखर होंगी। वैसे उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं को शुभेंदु अधिकारी की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा है।
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