22/08/2020,9:51:58 PM.
|
कोलकाताहिंदी.कॉम
कोलकाताः अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मामले की जांच के दूसरे दिन ही सीबीआई ने मुंबई में तूफान खड़ा कर दिया है। इससे मुंबई पुलिस में घबराहट फैल गई है। वह पहले की तरह ही अब गलती पर गलती करती जा रही है और यह संदेह मजबूत करती जा रही है कि वह सबूतों को मिटाने में लगी है।
शुक्रवार को सीबीआई ने अपनी जांच शुरू की थी और आज शनिवार को उसने तूफानी जांच-पड़ताल की। सीबीआई की एक बड़ी टीम अपने साथ फॉरेंसिक विशेषज्ञों लेकर सुशांत के फ्लैट में पहुंची। उनके साथ सुशांत के साथ रहने वाले सिद्धार्थ पिठानी व कूक नीरज भी थे। इनके बताए मुताबिक सुशांत के शव मिलने की घटना का रिक्रियेशन किया गया। इसके लिए सुशांत सिंह के शरीर के आकार की एक डमी भी लाई गई थी। सीबीआई अधिकारियों ने फ्लैट का कोना-कोना तलाशा और सबूत जुटाने की कोशिश की। अधिकारियों ने पूरे फ्लैट के समेत छत के ऊपर जाकर भी वीडियोग्राफी की। करीब छह घंटे सीबीआई अधिकारी व फॉरेंसिक विशेषज्ञ ने प्लैट में अपनी जांच-पड़ताल की।
लेकिन मजेदार बात थी कि सीबीआई टीम के सुशांत के फ्लैट में पहुंचने से पहले मुंबई पुलिस के एक अधिकारी सुशांत के अपार्टमेंट में गए थे। वह सुशांत के फ्लैट के भीतर भी गए थे। लेकिन इसकी खबर मीडिया को लग गई और बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी वहां पहुंच गए। इससे घबराहट में वह अधिकारी फ्लैट से निकल कर भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन रिपोर्टरों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और यह पूछा कि आप यहां क्या करने आए थे। क्या यहां कोई आने वाला है। प्रश्नों के बौछार से घबराए मुंबई पुलिस के इस अधिकारी ने बार-बार यह कहने लगे- मैं पानी पीने अंदर गया था…पानी लेने गया था।
मुंबई पुलिस के इस अधिकारी को पानी पीने के लिए सुशांत के अपार्टमेंट में क्यों जाना, इससे यह संदेह और गहरा गया है कि मुंबई पुलिस सीबीआई अधिकारियों के आने से पहले प्लैट में किसी भी तरह का सबूत नहीं छोड़ना चाहती है। मालूम हो कि पहले से ही मुंबई पुलिस पर यह आरोप लग रहे हैं कि उसने सुशांत के प्लैट को सुरक्षित नहीं रखा ताकि सबूतों को जिंदा रखा जा सके। बल्कि उसने फटाफट फ्लैट के सारे सामान खाली करा दिये और वहां लोगों को आने-जाने दिया।
मौत के एक दिन पहले रात को बहुत पहले बत्तियां बुझी थीं
इधर सुशांत के फ्लैट के बगल में रहने वाली एक महिला ने आज खुलासा किया कि जिस दिन यानी 14 जून को सुशांत मृत पाए गए थे, उसके एक दिन पहले 13 जून की रात सुशांत के फ्लैट की लाइटें जल्द बुझ गई थीं। उक्त महिला ने कहा कि सुशांत के फ्लैट में प्रायः हर दिन जिस समय लाइटें बुझती थीं, उससे कई घंटे पहले केवल कीचन को छोड़कर लाइटें बंद हो गईं। इस घटना से भी शक गहराता है कि 13-14 जून की रात जरूर कुछ ऐसा हुआ है जब सुशांत की मौत हुई है।
21/03/2022,8:01:19 PM. Read more
18/11/2021,8:35:58 PM. Read more
© 2015 - 2020 kolkatahindi.com
Design & Develop by GWS
Leave a Reply