07/07/2020,5:07:34 PM.
|
श्रीनगर (एजेंसी)। सुरक्षाबल आतंकियों को मारना नहीं चाहते, हर आतंकी को आत्मसमर्पण का मौका दिया जाता है। यह कहना है 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग बीएस राजू का। उन्होंने मंगलवार को कहा कि बिजबेहाड़ा में छह साल के बच्चे की मौत तथा सोपोर में 65 वर्षीय एक व्यक्ति की भी क्रॉस फायरिंग में मौत दुर्भाग्यपूर्ण थी। इस व्यक्ति के शव पर उसके नाती के बैठने का दृश्य काफी भावनात्मक था।
चिनार कोर के अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश में जीओसी ने कहा कि सेना ने कश्मीर में कई सफल आतंक रोधी अभियान किए हैं। आतंकी अपने आपको बचाने के लिए घनी आबादी वाले क्षेत्रों में छिप जाते हैं। बिजबिहाड़ा और सोपोर में भी आतंकियों ने अपने आप को बचाने के लिए ऐसा ही किया। इन दोनों स्थानों पर हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जवान शहीद भी हुए और कुछ घायल भी हुए।
उन्होंने कहा कि सोपोर में तो आतंकियों ने छिपने के लिए एक मस्जिद का सहारा लिया। आतंकियों ने वहां से सुरक्षाबलों को निशाना बनाया। तलाशी के दौरान हमें मस्जिद से खाली 60 राउंड मिले। इनमें से उन्होंने 10 का उपयोग सुरक्षाबलों पर किया था, जबकि 50 का उपयोग वहां से भागने के लिए। इन्हीं 50 राउंड फायरिंग में आम लोग निशाना बने। उन्होंने कहा कि ऐसा करके वे प्रापोगेंडा खड़ा करने में सफल हो रहे हैं और आम जनता को निशाना बना रहे हैं। नागरिकों की मौत लोगों को भड़काने का काम करती है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं आम लोगों का ध्यान आतंकियों की तरफ खिंचती हैं। उन्होंने कहा कि किसी की भी मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम तो आतंकियों को भी नहीं मारना चाहते हैं, इसलिए मुठभेड़ से पहले हर आतंकी को आत्मसमर्पण करने की अपील की जाती है।
22/10/2023,9:21:25 PM. Read more
28/09/2023,5:37:49 PM. Read more
© 2015 - 2020 kolkatahindi.com
Design & Develop by GWS
Leave a Reply