हैदराबाद नगर निगम चुनाव में कमल खिला, लेकिन मेयर बनने की तस्वीर अभी साफ नहीं

04/12/2020,8:11:31 PM.

हैदराबाद (एजेंसी)ः ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के चुनावों के अधिकांश परिणाम आ गए हैं। इन परिणामों से साफ हो गया कि नगर निगम में किसी एक दल को बहुमत नहीं मिलेगा। लेकिन इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सर्वाधिक फायदे में रही है। परिणाम आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर जश्न का माहौल रहा।
ताजा समाचार मिलने तक भारतीय जनता पार्टी अब तक 44 सीट पर जीत दर्ज चुकी है। सबसे खास बात यह है कि 2016 के नगर निगम के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के मात्र चार पार्षद थे। इस चुनाव में सत्तारूढ़ दल तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 54, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने 43 और कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है। अब सिर्फ सात सीटों की मतगणना चल रही है। इनमें भाजपा चार और टीआरएस तीन सीटों पर आगे चल रही है।

चुनाव परिणामों पर नगर डालें तो पुराने हैदराबाद क्षेत्र में एआईएमआईएम और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। जबकि अन्य चुनाव क्षेत्रों में भाजपा और सत्तारूढ़ टीआरएस के बीच कांटे की टक्कर हुई।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय बंडी ने कहा है कि परिणाम यह साबित कर रहे हैं कि तेलंगाना में अगर टीआरएस का कोई विकल्प है तो वह भाजपा है। उन्होंने कहा कि अब टीआरएस और एआईएमआईएम की साठगांठ का खुलासा हो जायेगा क्याेकि टीआरएस बिना एआईएमआईएम के सहयोग से अपना मेयर नहीं बना सकता। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंडी ने कहा है कि चुनाव के यह परिणाम राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त करने, परिवारवाद के खिलाफ और मुख्यमंत्री के अहंकार और मुख्यमंत्री के शासन के खिलाफ दिया गया जनादेश है।

मतगणना के अंतर्गत कई केन्दों पर भारतीय जनता पार्टी, टीआरएस और एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुई। इसमें चार कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक और राष्ट्रीय ओबीसी अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मण ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने इस हार के बाद राजधानी हैदराबाद और राज्य की जनता का विश्वास को खो दिया है। अब उन्हें मुख्यमंत्री पद से तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए।

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