29/11/2020,1:27:26 PM.
|
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक बार फिर दोहराया है कि उनकी पार्टी बंगाल में सत्ता में आने के बाद बंगाल को गुजरात की तरह विकसित राज्य बनाएगी।
रविवार को चाय पर चर्चा के कार्यक्रम में भाग लेते हुए घोष ने टीएमसी को चुनौती देते हुए कहा कि बगावत करने वाले नेताओं पर टीएमसी को कार्रवाई करने की साहस नहीं है। टीएमसी से भाजपा में शामिल हुए मिहिर गोस्वामी ने कहा था कि पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करे, लेकिन टीएमसी में इतना साहस नहीं है कि वह नेताओं पर कार्रवाई करें, क्योंकि इससे पार्टी टूट जाएगी।
शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे के बाद टीएमसी के डैमेज कंट्रोल के प्रयासों पर कटाक्ष करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी ने डिजास्टर मैनेजमेंट शुरू किया है। वे अब एक ब्रेकडाउन को रोकने के लिए बेताब हैं। यह दिसम्बर माह टीएमसी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इस महीने दूध और पानी सब अलग हो जाएगा और टीएमसी का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। दिलीप घोष ने 7 दिसम्बर को ममता बनर्जी के मेदिनीपुर के प्रस्तावित दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कि ममता बनर्जी से लोगों को काफी उम्मीदें थीं।
वह कितनी बार मेदिनीपुर जा चुकी हैं, लेकिन जंगलमहल की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। जंगल महल के लोगों के साथ धोखा किया गया है। जंगलमहल के लोगों ने लोकसभा चुनाव और पंचायत चुनाव में इसका जवाब दे दिया है। जंगलमहल के लोग पूरी तरह से हताश हैं। दिलीप घोष ने फिर कहा कि बंगाल को गुजरात बनाएंगे। उन्होंने कहा कि गुजरात में उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विकास हुआ है इसलिए हमें बंगाल को गुजरात बनाना है। कहा जा रहा था कि गुजरात में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं रहेंगे, लेकिन गुजरात में अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं। वहां जैसा विकास हो रहा है, उसी तरह का विकास बंगाल का करेंगे।
22/10/2023,9:21:25 PM. Read more
28/09/2023,5:37:49 PM. Read more
© 2015 - 2020 kolkatahindi.com
Design & Develop by GWS
Leave a Reply