पाकिस्तानी अखबारों ने दिल्ली में किसानों के हंगामे को किया बढ़ा-चढ़ा कर पेश

27/01/2021,6:04:18 PM.

नई दिल्ली (एजेंसी)। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने भारत में गणतंत्र दिवस पर किसानों के हंगामे की खबरें प्रकाशित की है। अखबारों ने लिखा है कि किसानों के जरिए दिल्ली के लाल किला पर खालसा झंडा फहराया गया। इसके अलावा दिल्ली में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली। जगह-जगह पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज करके उन्हें तितर-बितर करने का प्रयास किया है।

अखबारों ने यह भी लिखा है कि भारतीय कश्मीर में हुर्रियत नेताओं की अपील पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर काला दिवस मनाया गया है। अखबारों ने पाकिस्तान में फॉरेन फंडिंग और ब्राड शीट घोटाले की जांच के लिए जस्टिस अजमत सईद के नेतृत्व में कमीशन के गठन का नोटिफिकेशन जारी करने की खबर भी दी है। अखबारों ने पाकिस्तान के विपक्षी दलों के संयुक्त मोर्चा पीडीएम में दरार पड़ने की खबर प्रकाशित करते हुए है लिखा है कि पीडीएम लीडर मौलाना फजलुर्रहमान ने आसिफ जरदारी और नवाज शरीफ से फोन पर बात करके आपस में मिलजुल कर काम करने भरोसा दिलाया है। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा जंग, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की है।

रोजनामा नवाएवक्त ने भारत से सम्बंधित यह खबर छापी है कि डिश इन्फोलैब के किए गए खुलासे के बाद यूरोपीय संसद ने उसकी जांच शुरू कर दी है। अखबार का कहना है कि संसद में पूछताछ के लिए डिश इंफोलेब के निदेशक को बुलाकर सारी जानकारी एकत्र की गई है। अखबार का कहना है कि भारत के जरिए पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए भारतीय मीडिया और कुछ गैर सरकारी संगठनों का गठजोड़ बना कर पाकिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस गठजोड़ का खुलासा होने के बाद भारत का यह षड्यंत्र नाकाम हो गया है और भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी बदनामी का सामना करना पड़ा है।

अखबार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के धार्मिक मामलों के विशेष सलाहकार हाफिज ताहिर महमूद अशरफी का एक बयान भी प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि मोदी सरकार भारत में इस समय आपस में लोगों को लड़ाने की साजिश रच रही है। अखबार ने कहा है कि भारत में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित नहीं है। हिंदुत्ववादी ताकतें अल्पसंख्यक समुदाय के साथ बुरा बर्ताव कर रही हैं।

रोजनामा पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान को स्थाई सदस्यता मिलने से रोकने के लिए भारत और इजराइल के जरिए उठाए जा रहे कदमों से सम्बंधित खबर प्रकाशित की हैं। अखबार ने लिखा है कि भारत और इजराइल के साथ-साथ कई और देश नहीं चाहते कि पाकिस्तान को एक बार फिर से सुरक्षा परिषद में स्थान मिले। इसलिए यह सभी देश मिलकर पाकिस्तान को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तान ने यहां पर रहते हुए भारत और इजराइल के मंसूबों पर पानी फेर दिया था। इसीलिए यह सभी देश नहीं चाहते कि एक बार फिर पाकिस्तान को सुरक्षा परिषद में स्थान मिले।

रोजनामा खबरें ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति सरदार मसूद खान का एक बयान प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत किस मुंह से गणतंत्र दिवस मना रहा है जबकि भारत ने जम्मू कश्मीर पर नाजायज कब्जा जमा रखा है। अखबार के मुताबिक मसूद खान ने कहा है कि भारत के जम्मू कश्मीर में उठाए गए 5 अगस्त के कदम की दुनिया भर में विरोध किया जा रहा है। पिछले अप्रैल से अब तक 20 लाख हिन्दुओं को कश्मीर में ला कर बसाया गया है। कश्मीरियों की जमीन छीनी जा रही है और उन्हें वहां से दर-बदर किया जा रहा है।

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